पंजाब: कैप्टन के बागियों ने विधानमंडल की बैठक बुलाने की मांग रखी

नई दिल्ली: पंजाब की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर सामने आयी है. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोधी कांग्रेसी नेताओं ने तुरंत कांग्रेस विधानमंडल की बैठक बुलाने की मांग रखी है। मांग है कि कैप्टन बैठक बुलाएं और पर्यवेक्षक की मौजूदगी में विधायकों की बात सुनें। कांग्रेस विधायकों की मीटिंग कॉल करें. कैप्टन का विरोधी ख़ेमा यही मांग हाईकमान के सामने दिल्ली जाकर रखेगा.

कैप्टन अमरिंदर सिंह को सीएम पद से हटाने की मांग को लेकर पंजाब कांग्रेस के 4 मंत्री और 3 विधायक देहरादून पहुंचे हैं. हरीश रावत से मुलाकात के बाद सभी के दिल्ली आने का कार्यक्रम है. पंजाब के जो मंत्री देहरादून पहुंचे हैं उनमें तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सुखजिंदर सिंह रंधावा और चरणजीत सिंह चन्नी शामिल हैं.

यह सीएम को हटाने का प्रयास नहीं लोगों की मांग है- बाजवा
यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री को हटाने का प्रयास किया जा रहा है, बाजवा ने कहा कि यह प्रयास नहीं बल्कि लोगों की मांग है. मुख्यमंत्री के नए चेहरे पर एक सवाल के जवाब में बाजवा ने कहा कि फैसला पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाएगा. बाजवा ने कहा कि वे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने और राज्य की राजनीतिक स्थिति से उन्हें अवगत कराने के लिए समय मांगेंगे. उन्होंने कहा कि ‘‘कड़े’’ कदम उठाने की जरूरत है और अगर मुख्यमंत्री को बदलने की जरूरत है, तो यह किया जाना चाहिए.

नवजोत सिंह सिद्धू बोले- आलाकमान को जानकारी दूंगा
बाद में बाजवा, चन्नी, रंधावा और कुछ अन्य विधायकों ने पंजाब कांग्रेस भवन में नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की. इसके बाद सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, ‘ आपातकालीन बैठक के लिए तृप्त बाजवा जी का फोन आया. अन्य सहयोगियों के साथ उनसे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में मुलाकात की. आलाकमान को हालात से अवगत कराउंगा.’ सिद्धू की नियुक्ति के साथ राज्य इकाई में असंतोष को खत्म करने के कांग्रेस के हालिया प्रयास विफल होते दिख रहे हैं और इस घटनाक्रम से राज्य इकाई में संकट और गहराने की आशंका है.

बता दें कि कुछ दिन पहले जब सिद्धू विवाद के दौरानदिल्ली में मल्लिकार्जुन खड़गे और हरीश रावत के सामने इन सभी विधायकों की पेशी हुई थी. इस बैठक के दौरान भी इन सभी विधायकों और मंत्रियों ने कैप्टन को हटाने की मांग रखी थी. इन सभी का आरोप था कि वादे पूरे नहीं हुए. इसके बाद कैप्टन को 18 प्वाइंट का एजेंडा दिया गया कि आपको इस पर काम करना है. कुछ पर काम शुरू हो गया है लेकिन जो बड़े वादे हैं, उन्हें लेकर कैप्टन के बागी ग्रुप में नाराजगी देखी जा रही है.

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