तीन तलाक विधेयक राज्यसभा में सोमवार को पेश होगा

नई दिल्ली। तीन तलाक को आपराधिक कृत्य के रूप में कानूनी जामा पहनाने को लेकर उत्सुक सरकार ने विधेयक सोमवार को राज्यसभा में पेश करने के लिए सूचीबद्ध करवा लिया है। विधेयक को राज्यसभा में पास करवाना मुश्किल होने की बात जानते हुए भी सरकार इसे सबसे ज्यादा प्राथमिकता दे रही है। मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक-2018 को राज्यसभा में प्रमुख विधायी कार्य के तहत एक नंबर के मद के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों की संख्या अधिक है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ दोस्ताना संबंध में रही पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) ने भी विधेयक का विरोध किया है। विधेयक और अध्यादेश के विरुद्ध वैधानिक कानून को एक साथ साप्ताहिक अवकाश के बाद सोमवार के लिए सूचीबद्ध किया गया है। विपक्ष ने मांग की है कि विधेयक पर विस्तार से विचार करने के लिए उसे दोनों सदनों की चयन समिति के पास भेजा जाए, जिसे मानने को सरकार तैयार नहीं है।
विपक्ष के पास संख्याबल है इसलिए वह विधेयक को चयन समिति के पास भेजवाने में कामयाब हो सकता है। विधेयक ठीक एक साल पहले भी लोकसभा में पारित हुआ था, लेकिन विपक्ष के विरोध के कारण राज्यसभा में अटक गया।




