डर के साए में स्वतंत्राता दिवस मना रहा है यूक्रेन, राष्ट्रपति बोले- रूस कर सकता है हमला

यूक्रेन ने रूस से जारी युद्ध के बीच बुधवार को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाया, यह यूक्रेन पर रूसी हमला शुरू होने के छह महीने पूरे होने का भी दिन है। कीव के निवासी बुधवार सुबह सायरन सुनकर जागे। अधिकारियों ने राजधानी में बड़े जमावड़े पर प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि आशंका है कि रूस राष्ट्रीय अवकाश के मद्देनजर बमबारी कर सकता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने लोगों से सतर्क रहने को कहा है। जेलेंस्की ने एक बयान में कहा, ‘‘रूस के उकसावे की कार्रवाई और बर्बर हमले की आशंका है। कृपया सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करें। सायरन पर ध्यान दें। आधिकारिक घोषणाओं पर ध्यान दें। याद रखें- हम सब मिलकर जीत हासिल करेंगे।’’कीव के व्यस्त इलाके में बहुत कम संख्या में निवासी एकत्र हुए, जहां नष्ट हो चुके रूसी टैंक और मोबाइल तोपखाने सप्ताहांत में प्रदर्शित किए गए थे, और राष्ट्रगान हर दिन स्थानीय समयानुसार सुबह सात बजे बजाया जाता है। सेवानिवृत्त सैनिक तेत्याना ने कहा, ‘‘यूक्रेन में जो कुछ हो रहा है, उसके बारे में जो कुछ मैं देखती और सुनती हूं, उसके कारण मैं रात को सो नहीं सकती। यह युद्ध नहीं है। यह यूक्रेन के लोगों की तबाही है।’’ यूक्रेन के वर्ष 1991 में सोवियत संघ से अलग होने के उपलक्ष्य में बुधवार को छुट्टी है। जेलेंस्की ने स्वतंत्रता दिवस के संदेश में कहा, ‘‘छह महीने पहले, रूस ने 24 फरवरी को युद्ध की घोषणा की। पूरे यूक्रेन में विस्फोटों और गोलियों की आवाज सुनी गई। 24 फरवरी को, हमें बताया गया, आपके पास कोई मौका नहीं है। 24 अगस्त को हम कह रहे हैं: यूक्रेन स्वतंत्रता दिवस मुबारक।’’ मॉस्को के बाहर एक कार बम विस्फोट में शनिवार को दक्षिणपंथी रूसी राजनीतिक विश्लेषक अलेक्जेंडर डुगिन की 29 वर्षीय बेटी की मौत हो गई, जिससे यह आशंका बढ़ गई कि रूस इस सप्ताह यूक्रेन पर हमले तेज कर सकता है। रूसी अधिकारियों ने राष्ट्रवादी रूसी टीवी कमेंटेटर दरिया डुगिना की मौत के लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है। कार बम विस्फोट तब हुआ जब दरिया अपने पिता के साथ एक समारोह में शामिल हुई थी। यूक्रेन की सरकार ने घटना में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को हजारों सैनिकों को यूक्रेन में दाखिल होने का आदेश दिया। मास्को की सेना को अप्रत्याशित रूप से यूक्रेन के कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ा और छह महीने की लड़ाई ने यूक्रेन में जीवन को बदल दिया तथा विश्व अर्थव्यवस्था पर भी गंभीर असर पड़ा। युद्ध के 182वें दिन में प्रवेश करने के साथ संघर्ष के जल्द समाप्त होने का कोई संकेत नहीं है। रूस के पास अब देश के पूर्व और दक्षिण के बड़े हिस्से हैं, लेकिन उसकी बढ़त दिनों दिन कमजोर होती जा रही है। छह महीने के संघर्ष के दौरान किसी भी देश ने यह खुलासा नहीं किया है कि उसने कितने सैनिक हताहत हुए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उनका देश यूक्रेनी सेना को प्रशिक्षित करने और आगामी वर्षों के लिए लड़ने में अतिरिक्त सहायता के वास्ते लगभग तीन अरब डॉलर की घोषणा कर सकता है। अधिकारियों ने बताया कि पैकेज तीन प्रकार के ड्रोन और अन्य हथियारों, गोला-बारूद और उपकरणों के लिए कोष उपलब्ध कराएगा। पहले की आपूर्ति में यूक्रेन की हथियारों और गोला-बारूद की तत्काल जरूरतों पर ध्यान केंद्रित किया गया था और इसमें अमेरिका के पास पहले से ही स्टॉक था जिसे जल्द भेजा जा सकता था। युद्ध के मोर्चे पर पूर्वी यूक्रेन में रूस के हमले जारी हैं। पिछले 24 घंटे में रूसी सुरक्षा बलों ने दोनेत्सक प्रांत के कई शहरों और गांवों में हमले किए जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। दोनेत्सक प्रांत के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दक्षिण में दिप्रोपेत्रोव्सक क्षेत्र में रूसी सेना ने निकोपोल और मारहनेटस शहरों में बमबारी कर कई इमारतों को नुकसान पहुंचाया। दिप्रोपेत्रोव्सक के गवर्नर वेलेंटाइन रेजीनिचेनको ने बताया कि हमलों में दो लोग घायल हो गए। रूसी सैनिकों ने जापोरिज्जिया शहर में भी गोलाबारी की जिसमें कई इमारतों और अन्य ढांचों को नुकसान पहुंचा लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।

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