घुसपैठ के दावों पर फारूक अब्दुल्ला का बेतुका बयान, कहा-चीन समझता होगा कि वो अपनी सीमा पर जा रहा है

नई दिल्ली: विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर के लद्दाख में चीन की घुसपैठ के दावों पर बेहद ही बेतुका बयान दिया है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि चीन ये सब करता रहेगा। इसमें नई बात नहीं है। जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि चीन ये समझता होगा कि वो अपनी सीमा पर जा रहा है। बता दें कि लद्दाख के डेमचोक इलाके में 6 जुलाई को चीन के सैनिकों के घुसने का दावा किया गया था। कहा गया कि चीन के सैनिक सिविल ड्रेस में करीब डेढ़ किलोमीटर तक घुसे और बैनर भी दिखाया।

चीन ने डेमचॉक सेक्टर में डेढ़ किलोमीटर तक घुसने का दावा किया था लेकिन भारतीय सेना ने इंकार करते हुए कहा कि चीनी सैनिकों को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पार करने नहीं दी और उन्‍हें बाहर खदेड़ दिया गया।

बताया जा रहा है कि 6 जुलाई को लद्दाख के डेमचॉक सेक्टर के क्योल गांव में दलाई लामा के जन्मदिन मनाने का चीनी सैनिकों ने किया था। विरोध करते हुए सिविल ड्रेस में चीन के 11 सैनिकों ने बैनर दिखाए।

करीब तीस-चालीस मिनट रुकने के बाद चीनी सैनिक वापस लौट गए। लेकिन लद्दाख में चीनी सैनिकों के घुसपैठ से भारतीय सेना ने इंकार किया है। भारतीय सेना ने कहा है कि चीनी सैनिकों ने एलएसी यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल को पार नहीं किया।

चीन ने कुछ ऐसी ही हिमाकत क़रीब दो साल पहले की थी। जब चीन के सैनिक लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर भारतीय सीमा में घुसपैठ करके डोकलाम तक दाखिल हो गए थे। उस वक्त वहां तैनात भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया था।

तनाव 73 दिनों तक तक बना रहा और आखिर चीन झुकने को मजबूर हुआ था। लेकिन ड्रैगन की फितरत है आदत से बाज़ ना आने की। इसलिए फिर एक बार चीन ने कुछ वैसी ही गुस्ताखी दिखाई है। लेकिन इस बार सेना की सतर्कता से चीनी मंसूबों पर पानी फिर गया।

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